Jail Radio: Ambala
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*Date of Inauguration: 26 February, 2021*
*Central Jail, Ambala* today launched its prison radio addressing a vital
communication need of 1100 inmates lo...
अक्षर
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अक्सर उसने मुझे घर पहुंचाया
यह कहते हुए कि
कोई बेहद जरूरी शख़्स
घर पर कर रहा है मेरा इंतज़ार
अक्सर उसने मुझे अराजक होने से बचाए
यह कहते हुए कि ...
रंग चैत्र महीने के
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*रंग चैत्र के ...*
चैत्र का महीना बदलाव का महीना है , नए रंग में कुदरत जैसे खुद से मिला कर
सम्मोहित करती है।
अमृता ने इसी महीने से जुड़ा बहुत कुछ ...
नया मौसम
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नया मौसम
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*जिस दम रात के उस पहर*
*ओस का आलिंगन पा कर*
*किरणों की बारिशें*
*खामोशियों के सैलाब*
*तुमाहरी कलाई थाम कर*
*बे इन्तहा रक्स कर...
बदमाश औरत
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कल से इक विवादास्पद लेखक की अपने किसी कमेंट में कही इक बात बार बार हथौड़े
सी चोट कर रही थी ...." कुछ बदमाश औरतों ने बात का बतंगड़ बना दिया ...."
बस वहीं इस क...
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हैप्पी टु ब्लीड... क्योंकि दाग अच्छे हैं
हाल ही में में सबरीमाला मंदिर के धर्माधिकारियों द्वारा स्त्रियों के लिए
मासिक धर्म फ्रिस्किंग़् मशीन लगाने की घो...
चरण स्पर्श
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'पाय लागूं काका '
'जीवतो रह बेटा ....... आज घणो राजी-राजी लाग रयो है '
'राजी होने की तो बात है काका'
'क्या '
'आप का आशीर्वाद मिल गया काका'
'वो तो पाय लगने स...
ख़ुद की पहचान ? अभी कहाँ हुई ....! ना मालूम क्या चाहत है और कैसी तलाश ! अभी तक तो सिर्फ़ चल रहा है अनवरत सिलसिला ! सवाल यह नहीं है की आप कहाँ है , सवाल यह है कि जहाँ भी आप है वहां आप कर क्या रहें हैं !
आपकी लेखन शैली का कायल हूँ. बधाई.
ReplyDeleteये मेरा खुदा
ReplyDeleteतुम्हारे खुदा से यूँ अलग सा क्यूँ है ?
बेहतरीन लिखा है आपने. बहुत सुन्दर
ये मेरा खुदा तुम्हारे खुदा से यूँ अलग सा क्यूँ है ?
ReplyDeleteखुदा तो एक वही रहा होगा ...फर्क बंदगी का रहा होगा ..!!
बेहतरीन!
ReplyDeleteइसलिए कि हर इंसान का खुदा अलग होता है। हर कोई अपने लिए अलग खुदा गढ़ता है।
ReplyDeleteBAHUT HI SUNDAR LAGI ............
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