साहित्य अमृत (मासिक): नवंबर, 2024: तिहाड़ जेल की बंदिनियां (रिपोर्ताज):
पेज- 92- 95: ISSN: 2455-1171: UGC CARE List
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* साहित्य अमृत (मासिक): नवंबर, 2024: तिहाड़ जेल की बंदिनियां (रिपोर्ताज):
पेज- 92- 95: ISSN: 2455-1171: UGC CARE List*
साहित्य अमृत का नवंबर अंक (दीपावली ...
2 weeks ago
आपकी लेखन शैली का कायल हूँ. बधाई.
ReplyDeleteये मेरा खुदा
ReplyDeleteतुम्हारे खुदा से यूँ अलग सा क्यूँ है ?
बेहतरीन लिखा है आपने. बहुत सुन्दर
ये मेरा खुदा तुम्हारे खुदा से यूँ अलग सा क्यूँ है ?
ReplyDeleteखुदा तो एक वही रहा होगा ...फर्क बंदगी का रहा होगा ..!!
बेहतरीन!
ReplyDeleteइसलिए कि हर इंसान का खुदा अलग होता है। हर कोई अपने लिए अलग खुदा गढ़ता है।
ReplyDeleteBAHUT HI SUNDAR LAGI ............
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